शेयर बाजार क्या है
शेयर बाजार आमलोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। शेयर बाजार के बारे में आपको भी जानना चाहिए। आसान शब्दों में शेयर बाजार मतलब शेयरों का बाजार। यानी एक ऐसा बाजार जहां शेयरों की खरीद-बिक्री होती है। अब जानना चाहते होंगे कि ये शेयर क्या होता है? शेयर मतलब किसी कंपनी में जितना पैसा लगाते हैं उसके अनुपात में हिस्सेदारी। तो, कह सकते हैं कि शेयर बाजार में किसी कंपनी में पैसा लगाते हैं।
लेकिन, ये भी सच है कि शेयर बाजार के जरिये केवल किसी कंपनी में ही नहीं, बल्कि कई दूसरी प्रतिभूतियों जैसे बॉन्ड, डेरिवेटिव्ज, म्युचुअल फंड्स, कमोडिटीज डेरिवेटिव्ज, करेंसी डेरिवेटिव्ज, ईटीएफ, इंटरेस्ट रेट डेरिवेटिव्ज में भी पैसे लगाकर पैसा कमाते हैं। शेयर बाजार को ही इक्विटी बाजार, स्टॉक मार्केट या स्टॉक एक्सचेंज भी कहते हैं। शेयर बाजार में कारोबार करने के लिए कंपनियों को लिस्ट होना होता है। इसके लिए कंपनियों को आईपीओ यानी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग लाना होता है।
भारत के दो दिग्गज स्टॉक एक्सचेंज हैं-बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज यानी बीएसई और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज यानी एनएसई। भारतीय शेयर बाजार हर कामकाजी दिन सुबह 9 बजे से शाम साढ़े तीन बजे तक खुला रहता है। यह हर रविवार और शनिवार को बंद रहता है। पहले से तय सार्वजनिक अवकाश के दिनों में भी शेयर बाजार में कारोबार नहीं होता है। भारत में करीब 5000 कंपनियों के शेयरों की खरीद-बिक्री होती है। दुनिया भर में करीब 60 हजार कंपनियां अलग अलग स्टॉक एक्सचेंज पर लिस्ट हैं।
अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, फ्रांस, इटली, चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया सब देशों के अपने अपने स्टॉक एक्सचेंज हैं। सारे स्टॉक एक्सचेंज नियम और कानून के जरिये संचालित होते हैं। हर देश में शेयर बाजार के लिए नियम बनाने, उसके क्रिया-कलापों पर नजर रखने और निवेशकों के कल्याण के लिए एक नियामक होता है। भारत में भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानी सेबी शेयर बाजार का नियामक है। वहीं अमेरिकी शेयर बाजार पर निगरानी रखने का जिम्मा प्रतिभूति एवं विनिमय आयोग (एसईसी) पर है।
शेयर बाजार कोई ऐसी जगह या बाजार नहीं है, जहां हमें भौतिक रूप से जाने की जरूरत पड़ती है। यहां हम ऑनलाइन जाकर काम करते हैं। शेयर बाजार में पैसा निवेश करना हो, निवेश किए हुए पैसों को निकालना हो या फिर निवेश किए हुए पैसों को जमा रहने देना हो, सब ऑनलाइन करना होता है।
शेयर बाजार से एक तरफ कारोबारियों या कंपनियों को आम लोगों से पूंजी जुटाने में और ब्रांडिंग करने में मदद मिलती है, वहीं दूसरी तरफ आम लोगों को उन कारोबारियों या कंपनियों का शेयर खरीदकर उसका मालिक बनने और पैसा कमाने में मदद मिलती है। शेयर बाजार को किसी भी देश की इकोनॉमी की सेहत के संकेत के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
शेयर बाजार से कमाई करने के लिए निवेशकों के पास बचत खाता के साथ साथ डीमैट और ट्रेडिंग खाता भी होना चाहिए। बचत खाता तो बैंक में खोला जा सकता है, लेकिन डीमैट और ट्रेडिंग खाता किसी सेबी पंजीकृत शेयर ब्रोकर के यहां खुलवाना पड़ता है। शेयर बाजार में निवेशक सिर्फ शेयरों को खरीद या बेचकर ही नहीं कमाते हैं, बल्कि अलग अलग तरह के लाभांश, बोनस शेयर, स्टॉक स्प्लिट, कॉल और पुट ऑप्शन, शॉर्ट सेलिंग, इंट्राडे, मार्जिन ट्रेडिंग बगैरह के जरिये भी पैसा कमाते हैं।
>शेयर बाजार कैसे काम करता है?
आपने शेयर बाजार के बारे में जाना। शेयर बाजार से पैसा कमाना चाहते हैं तो पहले जान लीजिए कि शेयर बाजार कैसे काम करता है?
शेयर बाजार कारोबारी गतिविधियों का एक विशाल और जटिल नेटवर्क है। यहां कंपनियों के शेयर खरीदे और बेचे जाते हैं। पूरी कारोबारी गतिविधि धोखाधड़ी और दूसरे अनुचित व्यापारिक प्रथाओं के खिलाफ कानूनों द्वारा संरक्षित हैं। शेयर बाजार निवेशकों और कंपनियों के बीच पैसे के आवागमन को सक्षम करके आधुनिक अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
कंपनियों को फंड या पूंजी जुटाने के लिए सबसे पहले शेयर बाजार पर लिस्ट होना होता है। इसके लिए कंपनियां आईपीओ यानी इनिशियल पब्लिक ऑफरिंग लाती है। कंपनियों को इस दौरान अपने बिजनेस, वित्तीय स्थिति और आईपीओ के बारे में विवरण जैसे कीमत, आवेदन करने का समय, शेयर बाजार पर लिस्ट करने की तारीख आदि प्रदान करने की जरूरत होती है।
आईपीओ के दौरान निवेशकों को कंपनी द्वारा तय की गई कीमत पर नियत तारीख के भीतर निवेश करना होता है। लेकिन, जब कंपनी शेयर बाजार पर लिस्ट हो जाती है, तो निवेशकों को बाजार कीमत पर शेयर खरीदना-बेचना होता है। शेयरों की मांग और आपूर्ति के हिसाब से उसकी कीमत बदलती रहती है। एक ही दिन में शेयरों की कीमतों में कई बार उतार-चढ़ाव होता है।
निवेशक ये सारा काम अपने शेयर ब्रोकर के जरिये करते हैं। इसके लिए निवेशकों को सबसे पहले सेबी से पंजीकृत शेयर ब्रोकर के साथ डीमैट और ट्रेडिंग खाता खोलना होता है और उन खातों को अपने किसी बैंक खाता से जोड़ना होता है।
किसी भी शेयर को खरीदने या बेचने के लिए निवेशकों को सबसे पहले अपने डीमैट और ट्रेडिंग खाता के जरिये अपने शेयर ब्रोकर को खरीदने या बेचने का ऑर्डर देना होता है। ये सारा काम निवेशक खुद से ऑनलाइन या मोबाइल ऐप के जरिये कर सकता है। निवेशक जब अपने शेयर ब्रोकर को किसी शेयर को खरीदने या बेचने का ऑर्डर देता है, तो ऑर्डर मिलते ही शेयर ब्रोकर इसे एक्सचेंज में भेज देता है। शेयर बेचने के ऑर्डर के मामले में खरीददार मिलने के बाद और शेयर खरीद के ऑर्डर के मामले में विक्रेता मिलने के बाद एक्सचेंज ब्रोकर को कन्फर्मेशन भेजता है, और फिर अंत में शेयर आपके अकाउंट में डेबिट या क्रेडिट होता है।
निष्कर्ष: आज के जमाने में संपत्ति बनाने के लिए शेयर बाजार में निवेश एक बेहतर जरिया है। लेकिन, सबसे पहले आपको शेयर मार्केट में पैसे बनाने के लिए जरूरी बातों को सीखना जरूरी है। आपको धैर्य और अनुशासन के अलावा, व्यापक अनुसंधान करना होगा और उसके अनुसार बाजारों का विश्लेषण करना होगा। जब तक आप बाजार के उतार-चढ़ाव के कारक को समझते नहीं हैं, तब तक सही शेयर के बारे में फैसला लेना चुनौतीपूर्ण हो जाता है।
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